परिचय :
झोमॅटो एक लोकप्रिय भारतीय फुड डिलिव्हरी और रेस्टॉरंट ऍग्रिगेटर प्लेटफॉर्म है। झोमॅटो की स्थापना साल 2008 में दीपिंदर गोयल और पंकज चड्ढा द्वारा की गई थी। शुरुवात में यह एक ऑनलाइन रेस्टॉरंट सर्च के रूप में शुरू की गई थी। बाद में इस कंपनी का विस्तार किया गया। आज झोमॅटो कंपनी फुड डिलिव्हरी कंपनी के रूप में विकसित हुई है। यह कंपनी फुड डिलिव्हरी, रेस्टॉरंट रेटिंग और समीक्षाओं और अन्य संबंधित सेवाओं को प्रदान करती है।
झोमॅटो के बारे में जानकारी :
आज झोमॅटो कंपनी दुनिया भर के 10,000 से अधिक शहरों में सक्रिय रूप से सेवा प्रदान करती है। यह कंपनी 25 से अधिक देशों में काम करती है। इसमें युनायटेड अरब एमिरेट्स, श्रीलंका, कतार, युनायटेड किंगडम, फिलिपाईन्स, दक्षिण आफ्रिका, न्यूझिलँड, तुर्कस्तान, ब्राझील, इंडोनेशिया आदी देश शामिल है। झोमॅटो की वेबसाइट और ऐप पर 1.5 मिलियन से अधिक रेस्टॉरंट सूचीबद्ध हैं। इससे यह कंपनी दुनिया के सबसे बड़े ऑनलाइन फूड मार्केटप्लेस में से एक बनती है। ऑनलाइन विज्ञापन, डिलीवरी कमीशन और सब्सक्रिप्शन फीस के जरिए यह app की कमाई होती है। झोमॅटो युजर्स को उनके लोकेशन के आधार पर रेस्टॉरंट की सूची देती है। उसी के साथ रेस्टॉरंट संबंधित फीडबॅक, रेटिंग इसके संबंधित जानकारी भी प्रदान करता है। इससे युजर्स को दूसरों की राय के आधार पर खाने के स्थान के बारे में सूचित निर्णय लेने में मदद मिलती है। इसके साथ ही, झोमॅटो का प्लेटफ़ॉर्म मेनू लिस्टिंग, रेस्टॉरंट का फ़ोटो और इतर युजर्स की टिप्पणी जैसी कई सुविधाएँ प्रदान करता है। जिसे युजर्स को उस रेस्टॉरंट की बेहतर समझ प्राप्त होने में मदद होती है।
झोमॅटो की सफलता में योगदान देने वाला एक अन्य कारण है इसकी टेक्नॉलॉजी और इनोव्हेशन। झोमॅटो कंपनी ने अपने फुड डिलिव्हरी के लिए टेक्नॉलॉजी को विकसित करने में भारी इन्व्हेस्ट किया है। इसके कारण यह कंपनी ग्राहकों को एक तेज़ और विश्वसनीय फूड डिलिव्हरी सेवा प्रदान करने में सक्षम हो गई है। इसके अतिरिक्त, झोमॅटो ने युजर्स को पर्सनलाईज करने के लिए Al-based algorithms की टेक्नॉलॉजी विकसित की है। झोमॅटो प्लॅटफॉर्म पर ऑनलाईन चॅट सुविधा भी दि गई है। जिसकी मदद से चॅट-बॉट युजर्स के समस्याओं को हल करते है। झोमॅटो की सफलता का श्रेय बाज़ार की बदलती परिस्थितियों के साथ अनुकूल होने की इसकी क्षमता को भी दिया जा सकता है।
Covid-19 में कैसा किया काम? :
2020 में, जब COVID-19 महामारी की वजह से रेस्टॉरंट बंद थे, तब झोमॅटो ने फूड डिलिव्हरी पर ध्यान केंद्रित करने के लिए अपने व्यवसाय मॉडल को तेजी से आगे बढ़ाया। कंपनी ने ‘झोमॅटो मार्केट’ नाम की एक नई पहल शुरू की, जिसने ग्राहकों को किराने की डिलिव्हरी सेवाओं को प्रदान किया। इसकी मदद से कंपनी को कस्टमर बेस और रेव्हेन्यू मिला।
झोमॅटो कंपनी के सामने यह चुनौती है :
झोमॅटो कंपनी के सामने सबसे बडी चुनौती है की, भारत और विश्व स्तर पर फूड डिलिव्हरी संबंधित बहोत सारे प्रतिस्पर्धी है। स्विगी, उबेर ईट्स और डोरडैश जैसे प्रतियोगी बाजार में प्रवेश कर चुके हैं, जिससे झोमॅटो के लिए अपनी प्रमुख स्थिति बनाए रखना मुश्किल हो गया है। इसके अतिरिक्त, झोमॅटो को रेस्टॉरंट भागीदार और डिलिव्हरी बॉईज की आलोचना का सामना करना पड रहा है, जिसके कारण बहोत सारे विरोध प्रदर्शन हुए और बेहतर कार्य स्थितियों की मांग की गई।
निष्कर्ष :
झोमॅटो भारत और दुनिया भर में सबसे लोकप्रिय फुड डिलिव्हरी कंपनी बन गई है। टेक्नॉलॉजी और इनोव्हेशन के आधार पर कंपनी अत्यधिक प्रतिस्पर्धी बाजार में अपने प्रतिस्पर्धियों से आगे रहने में सक्षम रही है। यह देखना दिलचस्प होगा कि कंपनी कैसे विकसित होती है और बाजार की बदलती परिस्थितियों के साथ कैसी अनुकूल होती है।
FAQ’s on झोमॅटो :
1) झोमॅटो कंपनी पैसे कैसे कमाती है?
उत्तर – ऑनलाइन विज्ञापन, डिलीवरी कमीशन और सब्सक्रिप्शन फीस के जरिए यह app की कमाई होती है।
2) झोमॅटो कंपनी के संस्थापक कौन है?
उत्तर – दीपिंदर गोयल और पंकज चड्ढा झोमॅटो कंपनी के संस्थापक है|
3) झोमॅटो कंपनी की नेट वर्थ क्या है?
उत्तर – झोमॅटो कंपनी की नेट वर्थ (वर्तमान – 2023 में) 45590 करोड है।